एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Saturday, 17 March 2012
तोड़े हैं सैकड़ों जाम शौक की खातिर
बैठे ठाले की तरंग -----------------
तोड़े हैं सैकड़ों जाम शौक की खातिर
जाम टूटने की खनक उनको भा गयी
मुकेश इलाहाबादी--------------------
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