एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Wednesday, 29 August 2012
खुद आग लगा के, दोष मढ़ते हैं दूसरों पे ज़नाब
खुद आग लगा के, दोष मढ़ते हैं दूसरों पे ज़नाब
उनके ही हुस्न से आसियान जल गया था ज़नाब
मुकेश इलाहाबादी ----------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment