एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Friday, 21 September 2012
आप ही जाने जाँ और आप ही हो दुश्मन
आप ही जाने जाँ और आप ही हो दुश्मन
फिर चरागे इश्क जलाने भला कहाँ जाएँ ?
मुकेश इलाहाबादी ---------------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment