sanjiv verma1:23 pmतेरी मासूमियत पर कर सकूं कुर्बां खुद को.मेरा मौला मुझे इतनी तो ताकत बख्शे..हूँ दुनियादार, न अब और दुनियादार रहूँ-ले दानागिरी मौला मुझे नादाँ कर दे..
ReplyDeletesanjiv verma1:23 pm
तेरी मासूमियत पर कर सकूं कुर्बां खुद को.
मेरा मौला मुझे इतनी तो ताकत बख्शे..
हूँ दुनियादार, न अब और दुनियादार रहूँ-
ले दानागिरी मौला मुझे नादाँ कर दे..