एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Monday, 21 January 2013
जिस्म पे अपने कुछ कांटे उगा लिए
जिस्म पे अपने कुछ कांटे उगा लिए
उम्मीद पे कि कुछ फूल खिलेंगे गुलाब के
मुकेश इलाहाबादी ----------------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment