प्यार की सौगात लिए फिरते हैं
मुहब्बत इफरात लिए फिरते हैं
जब से छोड़ कर गए तुम हमें
यादों की बारात लिए फिरते हैं
हमें कौन माने है इस ज़माने में
गरीब की औकात लिये फिरते हैं
बात सिर्फ दिल्लगी की थी मग़र
वे वही वही बात लिए फिरते हैं
जानता हूँ है मतलबी दौर मुकेश
फिर भी जज़्बात लिए फिरते हैं
मुकेश इलाहाबादी ------------------
मुहब्बत इफरात लिए फिरते हैं
जब से छोड़ कर गए तुम हमें
यादों की बारात लिए फिरते हैं
हमें कौन माने है इस ज़माने में
गरीब की औकात लिये फिरते हैं
बात सिर्फ दिल्लगी की थी मग़र
वे वही वही बात लिए फिरते हैं
जानता हूँ है मतलबी दौर मुकेश
फिर भी जज़्बात लिए फिरते हैं
मुकेश इलाहाबादी ------------------
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