एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Monday, 8 April 2013
कर चुके बाद्शहियत अपने दिल की,
कर चुके बाद्शहियत अपने दिल की,
अब हम होना चाहते हैं आपके गुलाम
मुकेश इलाहाबादी ----------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment