एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Monday, 29 April 2013
मज़मून मेरी मुस्कुराहाट का
मज़मून
मेरी मुस्कुराहाट का
कोई पढ़ न ले
इसलिए
खामोश रहा करता हूँ
ये अलग बात
तेरा ख़याल आते ही
मै , मुस्कुरा देता हूँ
मुकेश इलाहाबादी ---
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment