एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Saturday, 4 May 2013
तुम उसकी याद मे घर को जला के कहते हो हमने मुहबब्त की
तुम उसकी याद मे घर को जला के कहते हो हमने मुहबब्त की
हमने तो खुद को ख़ाक कर लिया फिर भी किसी को न खबर की
मुकेश इलाहाबादी ---------------------------------------------------------
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