एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Sunday, 12 May 2013
साथ सितारों के संग खिला करते थे
साथ सितारों के संग खिला करते थे
कभी हम भी चाँद हुआ करते थे
अब तुमसे क्या बताऊँ दोस्त कभी
हम भी उनके अपने हुआ करते थे
मुकेश इलाहाबादी --------------------
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