एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Tuesday, 2 February 2016
तुम्हे याद रखता हूँ
काम के
वक़्त भी
तुम्हे याद रखता हूँ
फिर
फुर्सत मिलते ही
तुम्हे,
पूरी तफ्सील से
याद करता हूँ
मुकेश इलाहाबादी ---------
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