घुली है मिश्री जिसकी ज़बान में
छुपी है तलवार उसकी म्यान में
घर- बार,धन-दौलत,रिश्ते-नाते
इनकी कीमत देखो शमशान में
वही राम,वही रहीम,वही अल्ला
एक ही सच गीता और कुरान में
साधू वही राम नाम का जप करे
चाहे घर पे हो या कि दुकान में
मुकेश इलाहाबादी ----------------
छुपी है तलवार उसकी म्यान में
घर- बार,धन-दौलत,रिश्ते-नाते
इनकी कीमत देखो शमशान में
वही राम,वही रहीम,वही अल्ला
एक ही सच गीता और कुरान में
साधू वही राम नाम का जप करे
चाहे घर पे हो या कि दुकान में
मुकेश इलाहाबादी ----------------
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