उमड़ते घुमड़ते बादलों संग रहा जाये
आओ कुछ देर बारिश में भीगा जाये
भीगे -भीगे पत्ते भीगे - भीगे हैं फूल
कुछ देर इनके संग - संग डोला जाये
वो इक चिड़िया भीगी बैठी है डाल पे
आ उससे उसका हालचाल पूछा जाये
मुझको तो बारिश में अच्छा लगता है
तुमको दिक्क्त हो तो रुक लिया जाये
चलो उस बुढ़िया से गर्म गर्म भुट्टे लेके
मुकेश उसी पुरानी पुलिया पे बैठा जाए
मुकेश इलाहाबादी --------------------
आओ कुछ देर बारिश में भीगा जाये
भीगे -भीगे पत्ते भीगे - भीगे हैं फूल
कुछ देर इनके संग - संग डोला जाये
वो इक चिड़िया भीगी बैठी है डाल पे
आ उससे उसका हालचाल पूछा जाये
मुझको तो बारिश में अच्छा लगता है
तुमको दिक्क्त हो तो रुक लिया जाये
चलो उस बुढ़िया से गर्म गर्म भुट्टे लेके
मुकेश उसी पुरानी पुलिया पे बैठा जाए
मुकेश इलाहाबादी --------------------
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