मै
तुम्हारे प्यार में हूँ
या मै तुम्हे प्यार करता हूँ
हो सकता है दोनों बातें एक ही लगती हो
पर ऐसा मै नहीं समझता
क्यों कि तुम्हारे प्यार में होने का अर्थ है
तुम मेरे और मै तुम्हारे स्वाभाव में शामिल हूँ
मेरे पास कोइ ऑप्शन नहीं है
और न कोई इक्षा तुमसे अलग होने की
जब कि प्यार करने का अर्थ हुआ
मै वो कर रहा हूँ जो मेरा स्वाभाव नहीं है
यानि ऑप्शन मौजूद है
किसी और को चाहने या न चाहने का
इस लिए अब मै ये नहीं कहूंगा
मै तुम्हे प्यार करता हूँ
बल्कि कहूंगा -
मै तुम्हारे प्यार में था
तुम्हारे प्यार में हूँ
और तुम्हारे प्यार में रहूंगा
क्यूँ समझ रही हो न ? मेरी सुमी
मुकेश इलाहाबादी ----------------
या मै तुम्हे प्यार करता हूँ
हो सकता है दोनों बातें एक ही लगती हो
पर ऐसा मै नहीं समझता
क्यों कि तुम्हारे प्यार में होने का अर्थ है
तुम मेरे और मै तुम्हारे स्वाभाव में शामिल हूँ
मेरे पास कोइ ऑप्शन नहीं है
और न कोई इक्षा तुमसे अलग होने की
जब कि प्यार करने का अर्थ हुआ
मै वो कर रहा हूँ जो मेरा स्वाभाव नहीं है
यानि ऑप्शन मौजूद है
किसी और को चाहने या न चाहने का
इस लिए अब मै ये नहीं कहूंगा
मै तुम्हे प्यार करता हूँ
बल्कि कहूंगा -
मै तुम्हारे प्यार में था
तुम्हारे प्यार में हूँ
और तुम्हारे प्यार में रहूंगा
क्यूँ समझ रही हो न ? मेरी सुमी
मुकेश इलाहाबादी ----------------
तुम्हारे प्यार में हूँ
या मै तुम्हे प्यार करता हूँ
हो सकता है दोनों बातें एक ही लगती हो
पर ऐसा मै नहीं समझता
क्यों कि तुम्हारे प्यार में होने का अर्थ है
तुम मेरे और मै तुम्हारे स्वाभाव में शामिल हूँ
मेरे पास कोइ ऑप्शन नहीं है
और न कोई इक्षा तुमसे अलग होने की
जब कि प्यार करने का अर्थ हुआ
मै वो कर रहा हूँ जो मेरा स्वाभाव नहीं है
यानि ऑप्शन मौजूद है
किसी और को चाहने या न चाहने का
इस लिए अब मै ये नहीं कहूंगा
मै तुम्हे प्यार करता हूँ
बल्कि कहूंगा -
मै तुम्हारे प्यार में था
तुम्हारे प्यार में हूँ
और तुम्हारे प्यार में रहूंगा
क्यूँ समझ रही हो न ? मेरी सुमी
मुकेश इलाहाबादी ----------------
या मै तुम्हे प्यार करता हूँ
हो सकता है दोनों बातें एक ही लगती हो
पर ऐसा मै नहीं समझता
क्यों कि तुम्हारे प्यार में होने का अर्थ है
तुम मेरे और मै तुम्हारे स्वाभाव में शामिल हूँ
मेरे पास कोइ ऑप्शन नहीं है
और न कोई इक्षा तुमसे अलग होने की
जब कि प्यार करने का अर्थ हुआ
मै वो कर रहा हूँ जो मेरा स्वाभाव नहीं है
यानि ऑप्शन मौजूद है
किसी और को चाहने या न चाहने का
इस लिए अब मै ये नहीं कहूंगा
मै तुम्हे प्यार करता हूँ
बल्कि कहूंगा -
मै तुम्हारे प्यार में था
तुम्हारे प्यार में हूँ
और तुम्हारे प्यार में रहूंगा
क्यूँ समझ रही हो न ? मेरी सुमी
मुकेश इलाहाबादी ----------------
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