चाँद का खिलना सितारों का टिमटिमाना और बात
तुम्हारा यूँ रह रह के हँसना खिलखिलाना और बात
तुम ख्वाबों में आती हो तो मेरी रात हंसी हो जाती है
पर तुझसे रू ब बरू मिलना और बतियाना और बात
यूँ तो तुम्हारी हर अदा सब से जुदा सबसे निराली है
तेरा बात बात पे रूठ जाना फिर मान जाना और बात
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------
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