एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Sunday, 30 September 2012
तकलीफ हमें उनसे नहीं कि वे हमसे मिलते नहीं !
तकलीफ हमें उनसे नहीं कि वे हमसे मिलते नहीं !
अफ़सोस ये है हमारी सूरत देख के मुह मोड़ लेते हैं
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment