एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Sunday, 30 September 2012
तकलीफ हमें उनसे नहीं कि वे हमसे मिलते नहीं !
तकलीफ हमें उनसे नहीं कि वे हमसे मिलते नहीं !
अफ़सोस ये है हमारी सूरत देख के मुह मोड़ लेते हैं
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------
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