एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Sunday, 23 September 2012
हम तो पतंगे हैं,
हम तो पतंगे हैं,
पल भर मे ख़ाक हो जायेंगे
तुम ही रात भर जलोगे,
फिर तनहा ही बुझ जाओगे
मुकेश इलाहाबादी ----------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment