एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Monday, 18 March 2013
माना कि दुश्मन हैज़माना मुहब्बत का
माना कि दुश्मन हैज़माना मुहब्बत का
इतना भी न हीं, सलाम क़ुबूल न करो !!
मुकेश इलाहाबादी --------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment