एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Saturday, 8 June 2013
हम नवाब थे हमने फूल भी न उठाया
हम नवाब थे हमने फूल भी न उठाया
आज महबूब के नखरे उठाये फिरते हैं
मुकेश इलाहाबादी ----------------------
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