समय से संवाद कर
खुद से भी बात कर
इतना तनहा क्यों है
मेल मुलाक़ात कर
क्यों लेटा आलस में
चल, उठ, काम कर
पहले मेहनत कर ले
फिर, तू आराम कर
कोई छोटा हो कि बड़ा
तू सबको परनाम कर
मुकेश इलाहाबादी ----
खुद से भी बात कर
इतना तनहा क्यों है
मेल मुलाक़ात कर
क्यों लेटा आलस में
चल, उठ, काम कर
पहले मेहनत कर ले
फिर, तू आराम कर
कोई छोटा हो कि बड़ा
तू सबको परनाम कर
मुकेश इलाहाबादी ----
No comments:
Post a Comment