एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
(Move to ...)
Home
▼
Sunday, 18 May 2014
मुख़्तसर सी सही मुलाक़ात तो कर
मुख़्तसर ही सही मुलाक़ात तो कर
कुछ और न सही कुछ बात तो कर
क्यूँ अज़नबी शहर में अज़नबी सा रहें
आओ एक दूजे से जान पहचान तो कर
मुकेश इलाहाबादी -----------------------
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment