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Wednesday, 9 March 2016

ग़ज़ल में गीतों में बातों में रवानी तेरी है

ग़ज़ल में गीतों में बातों में  रवानी तेरी है
मेरी रूह मेरी सांस मेरी ज़िंदगानी तेरी है

ये फूल ये खुश्बू ये गुलशन ये चाँद सितारे 
हर गली हर कूंचे हर शह्र में कहानी तेरी है

परियों के हूरों के जो किस्से हैं किताबों में
अयां  इनमे हुस्न, दरअस्ल जवानी तेरी है

ये हया , ये अदा ये , जान लेवा तेरे नखरे
जुदा है तू सबसे,जो दुनिया दीवानी तेरी है 

मुकेश इलाहाबादी ---------------------------

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