Pages

Monday, 25 July 2016

नदी से क्या दोस्ती कर ली

नदी से क्या दोस्ती कर ली
समंदर से दुश्मनी कर ली
फ़लक़ भी है, ख़फ़ा, जबसे
चाँदनी से आशिक़ी कर ली
कूचाए ईश्क से क्या गुज़रे
ज़माने में रुसवाई कर ली
मुकेश तुम भी नहीं बोलते,
तुमसे क्या दिल्लगी कर ली
मुकेश इलाहाबादी -------

No comments:

Post a Comment