Pages

Thursday 22 October 2020

चाँद का खिलना सितारों का टिमटिमाना और बात

 चाँद का खिलना सितारों का टिमटिमाना और बात

तुम्हारा यूँ रह रह के हँसना खिलखिलाना और बात
तुम ख्वाबों में आती हो तो मेरी रात हंसी हो जाती है
पर तुझसे रू ब बरू मिलना और बतियाना और बात
यूँ तो तुम्हारी हर अदा सब से जुदा सबसे निराली है
तेरा बात बात पे रूठ जाना फिर मान जाना और बात
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------

No comments:

Post a Comment