एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday 15 June 2012
पहले चश्मे की तरह दश्ते तीरगी में बहा करते थे
पहले चश्मे की तरह दश्ते तीरगी में बहा करते थे
अब आखों के समंदर में मौजों के संग रन्वा रहते हैं
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