Pages

Monday 24 February 2020

यकीनन तुम्हारी आँखों को धोखा हुआ है

यकीनन तुम्हारी आँखों को धोखा हुआ है
वो बाहर से साबुत अंदर से टूटा हुआ है
उसके मिलने का अंदाज़ ही बता रहा था
मिजाज़ उसका कुछ तो बदला हुआ है
उसकी हंसी से मत समझो वो खुश है
बातों से लगा रात भर वो रोया हुआ है
ग़मजदा था बहुत मैखाने गया होगा
मुकेश आज शाम से कुछ बहका हुआ है
मुकेश इलाहाबादी,,,,,

No comments:

Post a Comment