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Friday 3 May 2019

तुम्हारा मुस्कुराना

तुम
मुस्कुराती हो तो
लगता है जैसे किसी ने
तपती
हुई देहं में
लेप दिया हो 
चन्दन का लेप

इस लिए तुम्हारा मुस्कुराना
मेरे जलते हुए वज़ूद के लिए बहुत ज़रूरी है
बहुत ज़रूरी

मुकेश इलाहाबादी ---------------------

1 comment:

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