एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Saturday, 22 September 2012
चाँद को मत देखना
चाँद को मत देखना - बड़ा आशिक मिजाज़ है!
कभी इधर आशिकी तो कभी उधर सरगोशियाँ
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment