एक बोर आदमी का रोजनामचा
Pages
Home
Thursday, 6 September 2012
हाल ऐ दिल अपना इस तरह बता गया
हाल ऐ दिल अपना इस तरह बता गया
गोया कोई कहानी मुसलसल सूना गया
इश्क औ मुहब्बत में न उसको यकीन था
खुद कारवां में सब को अपना बना गया
मुकेश इलाहाबादी -----------------------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment