Pages

Monday, 24 September 2012

चाँद तो तारों की बारात के साथ निकलता है

चाँद तो तारों की बारात के साथ निकलता है
कौन कहता है कि चाँद तनहा निकलता है??
कभी कोई आफताब से तो पूछे जो हर रोज़
फलक पे तन्हा निकलता औ तन्हा डूबता है
 


मुकेश इलाहाबादी ----------------------------

No comments:

Post a Comment