एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Thursday, 11 April 2013
वक़्त बड़ा जालिम निकला,छीन लिए सारे पैमाने
वक़्त बड़ा जालिम निकला,छीन लिए सारे पैमाने
प्यास क्या बुझती हमारी होठ भी तर न हुए हमारे
मुकेश इलाहाबादी ---------------------------------------
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