इतिहास के पन्नो से ज़रा 'जंग' हटा के देखिये
हर्फ़ सारे मिट जायेंगे, फिर खाली सफा देखिये
मुहब्बत की दो चार पौध तुम भी लगा के देखो
खिज्र मिट जाएगा, गुलशन हरा भरा देखिये
आने वाली नस्ल को तालीम अच्छी दीजिये
मुल्क को फिर आप आगे बढ़ता हुआ देखिये
मजहबी फसाद को अब दफ़न कर दीजिये,
रोते हुए ज़हान को हंसता खेलता हुआ देखिये
कुरान हो, बाइबिल गीता हो, या हो वो पुराण
इन सभी में आप सिर्फ मुहब्बत हरूफ देखिये
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------
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