एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 15 June 2012
तू अपने हाथो से मेरी प्यास बुझाए
बैठे ठाले की तरंग -----------------
तू अपने हाथो से मेरी प्यास बुझाए
मै अपने हाथो से तुझे जाम पिलाऊ
क्या अजब शमा होगा मैखाने का
जब शाकी और दोनों को नशा होगा
मुकेश इलाहाबादी ------------------
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