एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Friday, 3 August 2012
मुझे तडपाने के तू कितने कितने तरीके जानती है
मुझे तडपाने के तू कितने कितने तरीके जानती है
जानता हूँ मेरे बहाने तू मेरे रकीब को याद करती है
मुकेश इलाहाबादी --------------------------------
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