एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Saturday, 20 October 2012
चलो हम अपनी कहानी लिखते हैं और तुम अपनी
चलो हम अपनी कहानी लिखते हैं और तुम अपनी
तुम लिखना दास्तन ऐ मुहब्बत और हम बेरुखी..
मुकेश इलाहाबादी ---------------------------------
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