एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Thursday, 18 April 2013
बेवज़ह माँगता रहा मुहब्बत की भीख,
बेवज़ह माँगता रहा मुहब्बत की भीख,
लोग आते रहे और मुस्कुरा के जाते रहे
मुकेश इलाहाबादी ------------------------
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