बटवारा ..............................
धूल मिटटी फांका मस्ती मेरे हिस्से मे
ऐषो आराम मौज मस्ती तेरे हिस्से मे
बाढ सूखा बैंक का कर्जा मेरे हिस्से मे
है पैसा कुर्शी बंगला गाडी तेरे हिस्से मे
केवल लाठी और लंगोटी मेरे हिस्से मे
क्यूं खादी औ गांधी टोपी तेरे हिस्से मे
मुकेश इलाहाबादी .................
धूल मिटटी फांका मस्ती मेरे हिस्से मे
ऐषो आराम मौज मस्ती तेरे हिस्से मे
बाढ सूखा बैंक का कर्जा मेरे हिस्से मे
है पैसा कुर्शी बंगला गाडी तेरे हिस्से मे
केवल लाठी और लंगोटी मेरे हिस्से मे
क्यूं खादी औ गांधी टोपी तेरे हिस्से मे
मुकेश इलाहाबादी .................
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