एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Tuesday, 17 June 2014
माना आप हंसी और खूबसूरत हो, मगर ऐ दोस्त
माना आप हंसी और खूबसूरत हो, मगर ऐ दोस्त,
मुझको इतनी तुनक मिज़ाजी अच्छी नहीं लगती
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
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