एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Tuesday, 3 June 2014
मुकेश भेजा था पैगामे मुहब्बत हवाओं के मार्फ़त
मुकेश भेजा था पैगामे मुहब्बत हवाओं के मार्फ़त
ले के मेरा पैगाम निगोड़ी हवाएं कंही और चल दीं
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
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