एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Thursday, 8 January 2015
तेरी क़ैदे मुहब्बत की आरज़ू है, मुकेश
तेरी क़ैदे मुहब्बत की आरज़ू है, मुकेश
आवारगी मुझे अब अच्छी नहीं लगती
मुकेश इलाहाबादी --------------------
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