सारी दुनिया को तू हैरान कर गया
तू अभी अभी बेनक़ाब गुज़र गया
गीले गेसू सुखाती छज्जे पर तू है
देख ! शहर का कारवाँ ठहर गया
मुकेश इलाहाबादी ------------------
तू अभी अभी बेनक़ाब गुज़र गया
गीले गेसू सुखाती छज्जे पर तू है
देख ! शहर का कारवाँ ठहर गया
मुकेश इलाहाबादी ------------------
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