फूल
कैसे खिलते हैं ?
हवा कैसे,
ठुनकती हुई चलती है ?
जिस्म कैसे सांस लेता है ?
ये सब कुछ मैंने जाना
तुमसे मिलने के बाद
ज़िदंगी क्या होती है
मैंने जाना - तुमसे मिलने के बाद
सुमी,- तुम्ही से
मुकेश इलाहाबादी -------------
कैसे खिलते हैं ?
हवा कैसे,
ठुनकती हुई चलती है ?
जिस्म कैसे सांस लेता है ?
ये सब कुछ मैंने जाना
तुमसे मिलने के बाद
ज़िदंगी क्या होती है
मैंने जाना - तुमसे मिलने के बाद
सुमी,- तुम्ही से
मुकेश इलाहाबादी -------------
No comments:
Post a Comment