जब से तुम्हारा आना जाना हो गया
शहर का मौसम भी सुहाना हो गया
लोग भूल बैठे थे ईश्क़ करना, अब
हर कोई तुम्हारा दीवाना हो गया
सुना है तुम्हारी तबियत नासाज़ है
तुमसे मिलने का बहाना हो गया
मुकेश तुम्हारी आँखों के आईना में
अपनी सूरत देखे ज़माना हो गया
मुकेश इलाहाबादी ---------------------
शहर का मौसम भी सुहाना हो गया
लोग भूल बैठे थे ईश्क़ करना, अब
हर कोई तुम्हारा दीवाना हो गया
सुना है तुम्हारी तबियत नासाज़ है
तुमसे मिलने का बहाना हो गया
मुकेश तुम्हारी आँखों के आईना में
अपनी सूरत देखे ज़माना हो गया
मुकेश इलाहाबादी ---------------------
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