जब
कभी तुम अपनी
सिसकियों में सुनोगी
जो तुम्हारे गले में ही घुट के रह गयी
और याद करोगी ऐसे वक़्त में किसका नाम याद आया था
जब
कभी तुम बहुत खुश रही होगी
और वो खुशी किसी विशेष से शेयर करनी चाही होगी
तो किसका नाम याद आया था
गौर से सोचोगी तो शायद मेरा ही नाम याद आया होगा
गर ये सच है तो मेरे लिए सब से बड़ा खूबसूरत सच है
प्यार मुहब्बत झूठी बातें
मुकेश इलाहाबादी ------------------------
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