अक्सर
जब
दुनिया की सारी ताकत
मुट्ठी भर लोगों की मुठ्ठी में क़ैद हो चुकी होती है
तब, तमाम फ़ैली हुई हथेलियाँ
तनी ही मुट्ठियों में तब्दील हो कर खड़ी हो जाती हैं
मुट्ठी भर लोगों के ख़िलाफ़
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
जब
दुनिया की सारी ताकत
मुट्ठी भर लोगों की मुठ्ठी में क़ैद हो चुकी होती है
तब, तमाम फ़ैली हुई हथेलियाँ
तनी ही मुट्ठियों में तब्दील हो कर खड़ी हो जाती हैं
मुट्ठी भर लोगों के ख़िलाफ़
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
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