Pages

Monday, 24 September 2018

आग के शोलों पे चल के देखते हैं

आग के शोलों पे चल के देखते हैं
आओ, हम इश्क़ कर के देखते हैं
सुना है कि, दुनिया रंग बिरंगी है
आओ, हम तुम मिल के देखते हैं
नंगी आँखों से तो देख ली,आओ
दुनिया, चश्मा, पहन के देखते हैं
किसी ने कहा दुनिया इक मेला है
आओ हम तुम भी चल के देखते हैं
अब तक झूठ के पैरहन पहने,अब
सच की कमीज पहन के देखते हैं
मुकेश इलाहाबादी -------

No comments:

Post a Comment