दृश्य एक ---
नेपथ्य
से एक लड़की आती है
नेपथ्य के दूसरी तरफ से एक लड़का आता है
लड़का - "तुम मुझसे प्यार करोगी ?"
लड़की - "हाँ ! करूँगी, पर जो न मुरझाने वाला फूल
ला कर देगा, मै उसी को प्यार करूंगी "
यह कह के लड़की हंसने लगी
और लड़का उदास हो कर
लड़का न मुरझाने वाला फूल ढूंढ़ने चला गया
और तब से वापस नहीं आया
धीरे धीरे - वो लड़की उस लड़के के इंतज़ार में
उदास होने लगी जो मुरझाने वाला फूल लेने गया था
दृश्य दो --
नेपथ्य से दूसरा लड़का आता है
और एक दूसरी लड़की आती है
लड़की से " क्या तुम मुझसे प्यार करोगी ??"
लड़की " हाँ करूँगी अगर तुम्हारे पास न मुरझाने वाला फूल होगा तो ?"
लड़के ने कहा " हाँ ! मेरे पास न मुरझाने वाला फूल तो है पर ये
उसी को दिखता है जिसकी सुंदरता कभी कम नहीं होती "
ये सुन लड़की उदास हो गयी
बोली "ठीक है तुम मेरे लिए सिर्फ फूल ले के आओ
मै तुमसे प्यार करूँगी "
फिर वे दोनों बहुत देर तक प्रेम में रहे
जबकि पहला लड़का -
न मुरझाने वाला फूल ही ढूंढ रहा है अभी तक
और पहली लड़की न मुरझाने वाले फूल को ले के लौटे लड़के का इंतज़ार कर रही है
अभी तक - उदास
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
नेपथ्य
से एक लड़की आती है
नेपथ्य के दूसरी तरफ से एक लड़का आता है
लड़का - "तुम मुझसे प्यार करोगी ?"
लड़की - "हाँ ! करूँगी, पर जो न मुरझाने वाला फूल
ला कर देगा, मै उसी को प्यार करूंगी "
यह कह के लड़की हंसने लगी
और लड़का उदास हो कर
लड़का न मुरझाने वाला फूल ढूंढ़ने चला गया
और तब से वापस नहीं आया
धीरे धीरे - वो लड़की उस लड़के के इंतज़ार में
उदास होने लगी जो मुरझाने वाला फूल लेने गया था
दृश्य दो --
नेपथ्य से दूसरा लड़का आता है
और एक दूसरी लड़की आती है
लड़की से " क्या तुम मुझसे प्यार करोगी ??"
लड़की " हाँ करूँगी अगर तुम्हारे पास न मुरझाने वाला फूल होगा तो ?"
लड़के ने कहा " हाँ ! मेरे पास न मुरझाने वाला फूल तो है पर ये
उसी को दिखता है जिसकी सुंदरता कभी कम नहीं होती "
ये सुन लड़की उदास हो गयी
बोली "ठीक है तुम मेरे लिए सिर्फ फूल ले के आओ
मै तुमसे प्यार करूँगी "
फिर वे दोनों बहुत देर तक प्रेम में रहे
जबकि पहला लड़का -
न मुरझाने वाला फूल ही ढूंढ रहा है अभी तक
और पहली लड़की न मुरझाने वाले फूल को ले के लौटे लड़के का इंतज़ार कर रही है
अभी तक - उदास
मुकेश इलाहाबादी ------------------------------
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