ख़ुदा
ने एक बार
बहोत खुद्बसूरत चाँद बनाया
हाला कि उसमे कुछ दाग़ थे
फिर भी बहुत खूबसूरत था
उसकी तारीफ फरिश्तों ने भी की
उस खूबसूरत चाँद को फ़लक़ ने
देखते ही अपने लिए मांग लिया
ने एक बार
बहोत खुद्बसूरत चाँद बनाया
हाला कि उसमे कुछ दाग़ थे
फिर भी बहुत खूबसूरत था
उसकी तारीफ फरिश्तों ने भी की
उस खूबसूरत चाँद को फ़लक़ ने
देखते ही अपने लिए मांग लिया
बाद उसके ख़ुदा ने एक और
चाँद बनाया
बेदाग़
और नूर ही नूर से भरपूर
जिसे उसने अपने हाथों से
ज़मी पे उतारा
जानती हो उसका नाम क्या है ???
चाँद बनाया
बेदाग़
और नूर ही नूर से भरपूर
जिसे उसने अपने हाथों से
ज़मी पे उतारा
जानती हो उसका नाम क्या है ???
उसका नाम है - सुमी
क्यूँ है न सुमी???
मुकेश इलाहाबादी ----
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