एक बोर आदमी का रोजनामचा
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Wednesday, 4 July 2012
यूँ तो बुत्परश्ती मेरी फितरत नहीं
!!! यूँ तो बुत्परश्ती मेरी फितरत नहीं!!!
!!! तुझे देखा आज तो खुदा याद आया!!!
------------ -- मुकेश इलाहाबादी --------------
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